गडरारोड, बाड़मेर की रहने वाली 17 साल की एक बच्ची जो नोखा, बीकानेर के जैन बीएड कॉलेज में BSTC में अध्ययनरत थी। इस कॉलेज का मालिक 70 वर्षीय ईश्वरचंद वैद है। गडरारोड, बाड़मेर के मेघवाल दलित समुदाय की यह बच्ची इस कॉलेज में अपने सुनहरे भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए पढ़ रही थी ताकि आगे चलकर वह अपने पैरों पर खड़ा हो सकें, अपना वजूद, अपना इक अस्तित्व बना सकें।
लेकिन साथियों, बड़े दुःख के साथ मुझे आपको यह बताना पड़ रहा है कि यह बच्ची अभी इस दुनिया में, हमारे बीच नहीं है। इसकी वजह है, जातिवाद और दलित महिलाओं को अपनी वासना का शिकार बनाने वाली ब्राह्मणवादी, सामंतवादी प्रवृति!
इस बच्ची के साथ जैन बीएड कॉलेज, नोखा, बीकानेर के मालिक ईश्वरचंद वैद ने वहाँ नियुक्त पीटीआई के सहयोग से बलात्कार किया है! और फिर इस घिनोनी वारदात को अंज़ाम देकर उस बच्ची को वहाँ पानी की टंकी में फेंक दिया जाता है। सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि मेघवाल, दलित समुदाय की उस बच्ची के साथ बलात्कार करने के बाद कॉलेज के मालिक ने उससे लिखित में यह बयान लिया कि उसके साथ कोई गलत काम नहीं हुआ है ताकि वह किसी कार्रवाई में न फंस सकें। अरबों की संपत्ति का मालिक बताया जा रहा इस कॉलेज का मालिक अपने पैसों के बल पर न्याय व्यवस्था में रूकावट डाल सकता है, न्याय के लिए नोखा, बीकानेर में डटे हुए दलित समुदाय के एक्टिविस्ट लोगों की हत्या करवा सकता है, ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है।
दलित समुदाय की 17 साल की बच्ची की मृत देह को अभी परिजनों के वहाँ पहुँचने तक किसी को छूने नहीं दिया जा रहा है और ना ही पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया है। इसमें दलित समुदाय के स्थानीय लोग न्याय के लिए वहाँ जुटे हुए हैं।
यहाँ आपसे विनम्र अपील की जाती है कि बस बहुत हो चूका, बहुत सह लिया हमने...अब घरों में बैठकर ज़ुल्मोसितम को मत कोसिये, एकजुट होकर बाहर निकलिए और आवाज़ उठाइये शोषण के तंत्र के खिलाफ़!
दलितों को दिन-ब-दिन पैरों तले दबाने वाले सामंतवाद और ब्राह्मणवाद के खिलाफ़!
मांग कीजिये कि बलात्कारी बीएड कॉलेज मालिक को जेल में दिया जाये, उसके कॉलेज की मान्यता तुरंत रद्द की जाये, मृतका की बॉडी का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया जाये ताकि सच सामने आ सकें।
साथियों जिस तरह से रोहित वेमुला को दलित होने की वजह से, ब्राह्मणवादियों और सत्ता के दलालों की पोल खोलने की वजह से मारा गया। उसी तरह यहाँ गडरारोड की दलित बच्ची को एक पूंजीवादी और ब्राह्मणवादी मानसिकता वाले बीएड कॉलेज मालिक ने भी इसलिए मारा है ताकि उसकी बलात्कारी प्रवृति के बारे में दुनिया को पता नहीं चलें।
अगर ज़िंदा हो, आपमें इंसानियत ज़िंदा है तब उठ खड़े होइये, इस बच्ची के न्याय के लिए आवाज़ उठाइये।
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